षष्टम चरण: 26 जनवरी 1950
वर्तमान राजस्थान
राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया चल रही थी, तब सिरोही रियासत के शासक नाबालिग थे। इस कारण सिरोही रियासत का कामकाज दोबागढ की महारानी की अध्यक्षता में एजेंसी कौंसिल देख रही थी जिसका गठन भारत की सत्ता हस्तांतरण के लिए किया गया था। सिरोही रियासत के एक हिस्से आबू-देलवाडा को लेकर विवाद के कारण आबू देलवाडा सहित 89 गाँवों को बंबई प्रान्त(सौराष्ट्र, गुजरात, महाराष्ट्र) में मिला दिया गया। इसमें गोकुल लाल असावा का गाँव हाथळ भी शामिल था। इसके अतिरिक्त शेष रियासत 26 जनवरी 1950 को संयुक्त विशाल राजस्थान में विलय हो जाने पर इसका नाम ‘राजस्थान’ कर दिया गया। 26 जनवरी, 1950 को राजस्थान को ‘B’ या ‘ख’ श्रेणी का राज्य बनाया गया।
- राजस्थानसंघ – वृहतर राजस्थान + सिरोही – आबु देलवाड़ा
- राजधानी-जयपुर
- महाराजप्रमुख – भूपालसिंह (मेवाड)
- राजप्रमुख– सवाई मानसिंह (जयपुर)
- प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री– हीरालाल शास्त्री (प्रथम मनोनीत मुख्यमंत्री)
राजस्थान के मनोनीत मुख्यमंत्री
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- हीरालालशास्त्री
- सी. एस. वेंकटाचारी(I.C.S)
- जयनारायणव्यास
नोट :
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