व्याकरण भाषा के शुद्ध रूप का ज्ञान कराता है । व्याकरण एक शास्त्र है । इसके नियमों द्वारा ही भाषा का शुद्ध रूप निर्धारित होता है । किसी भी भाषा के ज्ञान के लिए उसके व्याकरण का ज्ञान होना बहुत जरूरी है ।
हिंदी व्याकरण (Hindi Grammar) –
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Viram Chinh (विराम चिन्ह)
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Sangya (संज्ञा)
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Sarvanam (सर्वनाम)
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Kriya (क्रिया)
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Visheshan (विशेषण)
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Ling (लिंग)
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वर्ण विचार
i) वर्ण
ii)स्वर
iii) व्यंजन
iv) विदेशी ध्वनियाँ
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Sandhi (संधि)
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Sanskrit Shabd Roop (संस्कृत शब्द रूप)
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Anekarthi Shabd (अनेकार्थी शब्द)
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Ekarthak Shabd (एकार्थक शब्द)
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One Word Substitution (अनेक शब्दों के लिए एक शब्द)
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Vilom Shabd (विलोम शब्द)
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Paryayvachi Shabd (पर्यायवाची शब्द)
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Paryayvachi Shabd (पर्यायवाची शब्द) List
- Ras (रस)
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Karak (कारक)
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Samas (समास)
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Shabd Vichar (शब्द विचार)
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Varnamala (वर्णमाला)
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Pad Parichay (पद परिचय)
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Vakya (वाक्य)
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Kriya Visheshan (क्रिया विशेषण)
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Samuchchay Bodhak (समुच्चय बोधक)
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Vismayadibodhak (विस्मयादिबोधक)
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Vachan (वचन)
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Upsarg (उपसर्ग)
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Pratyay (प्रत्यय)
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Chhand (छन्द)
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Alankar (अलंकार)
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Paryayvachi Shabd (पर्यायवाची शब्द)
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Tatsam And Tatbhav Sabd
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Tatsam-तत्सम शब्द
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Tadbhav (-तद्भव शब्द)
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Muhavare (मुहावरे)
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Hindi Essay (हिंदी निबंध)
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Kaal – Tense
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Dhatu –धातु
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Deshaj Sabd-देशज शब्द
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Videsaj Sabd-विदेशज शब्द
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